School Holiday: जैसे ही सर्दी का मौसम शुरू होता है, बच्चों को स्कूल की छुट्टियों का बेसब्री से इंतजार होने लगता है. हर साल ठंड के दिनों में सरकारें स्कूलों में शीतकालीन अवकाश की घोषणा करती हैं. इस बार मध्य प्रदेश सरकार ने अपने सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में 31 दिसंबर 2024 से 4 जनवरी 2025 तक शीतकालीन अवकाश का ऐलान किया है. इसके साथ यदि 6 जनवरी को रविवार को साप्ताहिक अवकाश जोड़ा जाए, तो छात्रों और शिक्षकों को कुल 6 दिनों की छुट्टियां मिलेंगी.
मध्य प्रदेश सरकार की घोषणा
मध्य प्रदेश के शिक्षा विभाग ने इस बार ठंड के मौसम को ध्यान में रखते हुए 31 दिसंबर 2024 से 4 जनवरी 2025 तक शीतकालीन अवकाश का निर्णय लिया है. यह अवकाश राज्य के सभी सरकारी और निजी स्कूलों पर लागू होगा. इसके साथ अगर 6 जनवरी रविवार को भी स्कूल बंद रहेंगे, तो छात्रों को नए साल का जश्न मनाने के लिए एक लंबा अवकाश मिल जाएगा.
शीतकालीन अवकाश का पूरा शेड्यूल
इस बार मध्य प्रदेश में शीतकालीन अवकाश का शेड्यूल इस प्रकार है:
तारीख | दिन | छुट्टी का कारण |
---|---|---|
31 दिसंबर 2024 | रविवार | शीतकालीन अवकाश |
1 जनवरी 2025 | सोमवार | नए साल का दिन |
2-4 जनवरी 2025 | मंगलवार-गुरुवार | शीतकालीन अवकाश |
6 जनवरी 2025 | रविवार | साप्ताहिक अवकाश |
इस शेड्यूल के अनुसार बच्चे और शिक्षक न केवल ठंड के चरम समय का आनंद ले सकेंगे, बल्कि नए साल का जश्न भी मनाने में कोई दिक्कत नहीं होगी.
अन्य राज्यों की स्थिति
फिलहाल मध्य प्रदेश के अलावा उत्तर भारत के अन्य राज्यों ने शीतकालीन अवकाश की घोषणा नहीं की है. हालांकि ठंड बढ़ने के साथ ही उम्मीद है कि उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली जैसे राज्यों में भी जल्द ही छुट्टियों का ऐलान किया जाएगा. आमतौर पर सर्दी के चरम दिनों में सभी राज्य अपने-अपने हिसाब से अवकाश की अवधि तय करते हैं.
नए साल का जश्न भी बनेगा खास
इस बार का शीतकालीन अवकाश खासतौर पर बच्चों और शिक्षकों के लिए नए साल का जश्न मनाने का मौका लेकर आया है. 31 दिसंबर से 6 जनवरी तक छुट्टियों की वजह से बच्चे न केवल अपने परिवार के साथ समय बिता सकेंगे, बल्कि नए साल की शुरुआत को भी दोगुनी खुशियों के साथ मना सकेंगे.
बढ़ सकती हैं छुट्टियां
मौसम विभाग के अनुसार यदि सर्दी का प्रकोप बढ़ता है, तो स्कूलों में शीतकालीन अवकाश की अवधि को बढ़ाया भी जा सकता है. कई बार राज्यों को मौसम के हिसाब से छुट्टियों में बढ़ोतरी करनी पड़ती है. यह एक बड़ा कारण है कि शीतकालीन अवकाश बच्चों और शिक्षकों के लिए आवश्यक हो जाता है.