PM Surya Ghar Yojana: देश में बिजली की बढ़ती मांग और पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने PM-Surya Ghar: Muft Bijli Yojana शुरू की है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य घरों की छत पर सोलर पैनल लगवाकर बिजली उत्पादन को बढ़ावा देना और आम नागरिकों के बिजली खर्च को कम करना है. इसके तहत सरकार सब्सिडी देकर लोगों को सोलर पैनल लगाने के लिए प्रेरित कर रही है. यह योजना मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी (MNRE) के तहत कार्यरत है.
सोलर पैनल पर कितनी सब्सिडी मिलेगी?
सरकार ने सोलर पैनल पर दी जाने वाली सब्सिडी की दरें प्रति किलोवॉट के हिसाब से तय की हैं. यह निम्न प्रकार से है:
- 1 किलोवॉट से 3 किलोवॉट तक: प्रति किलोवॉट ₹18,000 की सब्सिडी.
- 3 किलोवॉट से अधिक: 3 किलोवॉट पर ₹18,000 सब्सिडी के अलावा अतिरिक्त सब्सिडी का प्रावधान है.
- 78 हजार रुपये तक की अधिकतम सब्सिडी: बड़े सोलर पैनल प्रोजेक्ट्स के लिए सरकार द्वारा 78,000 रुपये तक की सब्सिडी दी जाती है.
सोलर पैनल किसके लिए कितना उपयुक्त है?
सोलर पैनल की जरूरत आपके मासिक बिजली खर्च पर निर्भर करती है. इसे निम्नानुसार समझा जा सकता है:
- 0 से 159 यूनिट बिजली खर्च: 1 से 2 किलोवॉट का सोलर पैनल पर्याप्त होगा.
- 150 से 300 यूनिट बिजली खर्च: 2 से 3 किलोवॉट का सोलर पैनल उपयुक्त रहेगा.
- 300 यूनिट से अधिक बिजली खर्च: 3 किलोवॉट या उससे अधिक क्षमता वाला सोलर पैनल सबसे अच्छा विकल्प है.
सोलर पैनल के लाभ
- बिजली बिल में भारी बचत: सोलर पैनल लगवाने के बाद बिजली के बिल में काफी कमी आती है.
- पर्यावरण संरक्षण: सोलर पैनल से ग्रीन एनर्जी का उत्पादन होता है. जिससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होता.
- सरकारी सब्सिडी: सरकार की ओर से मिलने वाली सब्सिडी के कारण सोलर पैनल की लागत कम हो जाती है.
- बिजली की निर्बाध आपूर्ति: सोलर पैनल के जरिए आप बिजली कटौती की समस्या से बच सकते हैं.
PM-Surya Ghar Yojana के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
सोलर रूफटॉप योजना का लाभ उठाने के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया बेहद आसान है. नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करके आप आवेदन कर सकते हैं:
- ऑफिशियल पोर्टल पर जाएं: सबसे पहले PM Surya Ghar योजना की वेबसाइट https://www.pmsuryaghar.gov.in/ पर विजिट करें.
- रजिस्ट्रेशन करें:
- राज्य (State), जिला (District) और अपनी इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी की जानकारी भरें.
- कंज्यूमर अकाउंट नंबर दर्ज करें.
- कैप्चा कोड डालकर नेक्स्ट बटन पर क्लिक करें.
- जानकारी भरें: नए पेज पर अपना पूरा पता, बिजली वितरण कंपनी का नाम और संभावित प्रोजेक्ट की लागत भरें.
- सब्सिडी कैलकुलेटर: “Click for solar rooftop calculator” ऑप्शन पर क्लिक करें. इससे आपको प्रोजेक्ट की संभावित सब्सिडी और खुद के योगदान की जानकारी मिलेगी.
- सेव करें और आगे बढ़ें: सभी जानकारी सही से भरने के बाद Save & Next पर क्लिक करें.
सोलर पैनल इंस्टॉलेशन के लिए कैसे संपर्क करें?
सोलर पैनल लगवाने के लिए आप अपनी नजदीकी इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी या किसी मान्यता प्राप्त सोलर वेंडर से संपर्क कर सकते हैं. सरकार ने सोलर इंस्टॉलेशन के लिए पंजीकृत कंपनियों की सूची भी उपलब्ध कराई है. जिन्हें आप पोर्टल पर देख सकते हैं.
सोलर पैनल से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण पहलू
- इंस्टॉलेशन समय: आवेदन के बाद 15 से 30 दिनों के भीतर सोलर पैनल इंस्टॉल कर दिया जाएगा.
- गारंटी और रखरखाव: सोलर पैनल पर 5 से 10 साल की गारंटी मिलती है. इसके रखरखाव में भी बहुत कम खर्च आता है.
- नेट मीटरिंग सुविधा: सोलर पैनल से बची हुई बिजली को ग्रिड में भेजकर उपभोक्ता अतिरिक्त बचत कर सकते हैं.
सोलर रूफटॉप योजना क्यों है फायदेमंद?
- ऊर्जा पर आत्मनिर्भरता: यह योजना देश को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है.
- आर्थिक बचत: सब्सिडी के कारण सोलर पैनल लगवाने का खर्च कम हो जाता है. जिससे बिजली बिल में भी बचत होती है.
- लंबे समय का निवेश: सोलर पैनल एक बार लगने के बाद 25-30 साल तक बिजली उत्पादन करते हैं.
- बिजली की स्थिरता: ग्रामीण और दूर-दराज के क्षेत्रों में सोलर पैनल बिजली की स्थिर आपूर्ति सुनिश्चित करते हैं.